पदार्थ (Matter) वह है, जो स्थान घेरता है और जिसका भार होता है। सभी पदार्थों में कुछ सामान्य गुण होते हैं, जो उन्हें पहचाने और वर्गीकृत करने में मदद करते हैं। ये गुण भौतिक (Physical) और रासायनिक (Chemical) दोनों प्रकार के हो सकते हैं।

1. भौतिक गुण (Physical Properties)
ये वे गुण होते हैं जो पदार्थ की संरचना बदले बिना पहचाने जा सकते हैं।
(क) आकार और रूप
- पदार्थ ठोस (Solid), द्रव (Liquid), या गैस (Gas) रूप में पाए जाते हैं।
- ठोस का निश्चित आकार और आयतन होता है, जबकि द्रव का निश्चित आयतन लेकिन अनिश्चित आकार होता है। गैस का न तो आकार निश्चित होता है और न ही आयतन।
(ख) द्रव्य का घनत्व (Density)
- पदार्थ का घनत्व उसकी द्रव्यमान (Mass) और आयतन (Volume) पर निर्भर करता है।
- ठोस पदार्थों का घनत्व अधिक होता है, जबकि गैसों का घनत्व कम होता है।
(ग) तन्यता (Malleability) और आघातवर्ध्यता (Ductility)
- कुछ धातु जैसे सोना और चांदी को पीटकर पतली चादरों में बदला जा सकता है (तन्यता)।
- कुछ धातुओं को खींचकर तार में बदला जा सकता है (आघातवर्ध्यता)।
(घ) चालकता (Conductivity)
- कुछ पदार्थ जैसे तांबा और एल्यूमीनियम अच्छी विद्युत और ऊष्मा चालकता वाले होते हैं।
- लकड़ी और प्लास्टिक विद्युत के कुचालक होते हैं।
(ड़) कठोरता और भंगुरता
- कुछ पदार्थ (जैसे हीरा) बहुत कठोर होते हैं, जबकि कुछ (जैसे कांच) भंगुर होते हैं और आसानी से टूट सकते हैं।
2. रासायनिक गुण (Chemical Properties)
रासायनिक गुण वे होते हैं, जो पदार्थ की आंतरिक संरचना में परिवर्तन लाते हैं।
(क) ज्वलनशीलता (Combustibility)
- कुछ पदार्थ (जैसे पेट्रोल और लकड़ी) ज्वलनशील होते हैं, जबकि कुछ (जैसे जल और रेत) अज्वलनशील होते हैं।
(ख) संक्षारण (Corrosion)
- लोहे पर जंग लगना या तांबे पर हरी परत का जमना संक्षारण के उदाहरण हैं।
(ग) अम्ल एवं क्षार से अभिक्रिया (Reaction with Acids and Bases)
- धातुएं अम्ल के साथ प्रतिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करती हैं।
- कुछ पदार्थ क्षार के साथ मिलकर लवण और जल बनाते हैं।
(घ) अपघटन (Decomposition)
- कुछ पदार्थ गर्म करने या विद्युत प्रवाहित करने पर अपने अवयवों में टूट जाते हैं, जैसे पानी का हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विघटन
पदार्थों के सामान्य गुण – महत्वपूर्ण बिंदु
- साबुन के बुलबुले का दाब वायुमण्डलीय दाब से अधिक होता है।
- स्वचालित हाइड्रोलिक ब्रेक पास्कल के सिद्धान्त पर कार्य करता है।
- बर्फीले क्षेत्रों में शीतकाल में जब झील की उपरी सतह का पानी बर्फ में बदल जाता है फिर भी उसके अन्दर रहने वाले जलीय जन्तु जीवित रहते हैं क्योकि पानी का घनत्व 4 °C पर सबसे अधिक होता है इस कारण झील के भीतर पानी नहीं जमता है।
- नदी से समुद्र में प्रवेश करने पर जहाज समुद्र में कुछ ज्यादा उपर उठ जाता है।
- जब किसी झाील की तली से उठकर वायु का बुलबुला उपरी सतह पर आता है तो उसका आकार बढ़ जाता है।
- वस्तु की मा़त्रा बदलने पर उसके घनत्व अपरिवर्तित रहेगा।
- हवाई जहाज से यात्रा करते समय पेन से स्याही वायु दाब में कमी के कारण निकलने लगती है।
- नदी की उपेक्षा समुद्र में तैरना आसान होता हैं क्योकि जल का घनत्व नदी के जल से अधिक होता है।
- समुद्र में प्लवन करते हुए बर्फ का पिण्ड पानी की सतह से 1/9 भाग उपर उठा हुआ होता है, इसलिय जब बर्फ पिघलती है तो पानी के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
- पृष्ठ तनाव अणुओ के मध्य ससंजक बल का कारण है।
- बैरोमीटर के पैमाने मे अचानक गिरावट आने पर तूफान आने को इंगित करता हैं।
- तेल,जल के पृष्ठ पर फैल जाता है क्योकि तेल का पृष्ठ तनाव जल से कम होता है।
- वर्षा की बूंदे गोलाकार जल के पृष्ठ तनाव के कारण होता है।
- कुएँ से पानी से भरी बाल्टी को उपर खीचते हैं, तो बाल्टी पानी की सतह से उपर आकर भारी हो जाता है।
- वायुमण्डल में बादल वायु के घनत्व की तुलना में बादलों का घनत्व कम होता हैै इसलिय वह तैरता है।
- लोहे का घनत्व उसके द्वारा हटाए गए जल के आपेक्षिक घनत्व से अधिक तथा पारे के घनत्व से कम होता है, इस कारण लोहे की कील पारे मे तैरती रहती है।
- केशिकत्व के कारण पौधों की जड़ों से पर्णपतियों की ओर जल बढते है।
- केशिकत्व के कारण स्ओव में मिट्टी के तेल का बती उपर चढ़ने लगता है।
- अब तक ज्ञात पदार्थो में क्वार्ट्ज की प्रत्यास्थता सर्वाधिक होती है।
- अपमार्जक मिलाने पर जल के पृष्ठ तनाव घट जाता है।
- फाउंटेन पेन केशिकत्व के सिद्धांत पर कार्य करती है।
- स्मुद्र तक पर एक वायुमण्डलीय दाब काा मान 1ण्013 ग पास्कल होता है।
- ज्ल का सापेक्षिक घनत्व 4 °C तापमान सर्वाधिक होता है।
- जल से भरी बाल्टी का हिलाकर छोड़ देने पर श्यानता के कारण स्थिर हो जाता है।
- धातु की शुद्धता ज्ञात करने में आर्कमिडीज का सिद्धान्त का प्रयोग किया जाता है।
- पृष्ठ तनाव के कारण जल से निकालने पर शेविंग ब्रश के बाल आपस में चिपक जाता है।
- स्अील, रबर की अपेक्षा अधिक प्रत्यास्थ होता है क्योकि स्टील के लिए अधिक विरूपक बल की आवश्यकता होती है।
- वाहनों में स्नेहक तेल घर्षण कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- आँधी आने पर टिन की छत और छप्पर उड़ जाते है क्योकि उनके उपर का वायुदाब नीचे के वायुदाब से कम हो जाता है।
- किसी वस्तु की सतह के लम्बवत लगने वाले बल का प्रणेद कहते है।
- जल की श्यानता वायु से अधिक होने के कारण जल की तुलना में वायु मे गति करना सरल है।
Some Important Vlogs:
8th edition of Pariksha Pe Charcha Organised! || परीक्षा पे चर्चा 2025: 8वां संस्करण