अमेरिका का स्वतंत्रता-संग्राम || American War Of Independence

अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम, जिसे अमेरिकी क्रांति या अमेरिकी स्वतंत्रता युद्ध भी कहा जाता है, 18वीं सदी में हुआ एक महत्वपूर्ण संघर्ष था, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिका ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ। इस युद्ध की शुरुआत 1775 में हुई थी और 1783 में समाप्त हुई, जिसके बाद अमेरिका एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित हुआ। इस संघर्ष के पीछे कई कारण थे, जिनमें प्रमुख कारण ब्रिटिश सरकार की नीतियों के प्रति असंतोष था।

स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य कारण

  1. उपनिवेशों पर करों का बोझ: ब्रिटेन ने अपने तेरह अमेरिकी उपनिवेशों पर कई प्रकार के कर लगाए थे, जैसे कि “स्टैम्प एक्ट” और “टी एक्ट”। इन करों से उत्पन्न असंतोष ने उपनिवेशों में आक्रोश पैदा कर दिया। अमेरिकी उपनिवेशवादियों का मानना था कि उन्हें बिना किसी प्रतिनिधित्व के करों का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जा रहा है—जिसे उन्होंने “नो टैक्सेशन विदाउट रिप्रेजेंटेशन” कहा।
  2. ब्रिटिश नियंत्रण और प्रतिबंध: ब्रिटिश सरकार ने अमेरिकी उपनिवेशों पर अपने नियंत्रण को मजबूत किया, जिससे उनकी स्वतंत्रता में हस्तक्षेप हुआ। 1765 का “स्टैम्प एक्ट” और 1773 का “टी एक्ट” जैसे कानून इस असंतोष को और बढ़ाने का कारण बने।
  3. बोस्टन चाय पार्टी: 1773 में बोस्टन चाय पार्टी घटना में, उपनिवेशवादियों ने ब्रिटिश चाय के जहाजों पर चढ़कर समुद्र में चाय फेंक दी। यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन था और स्वतंत्रता संग्राम की दिशा में एक बड़ा कदम माना जाता है।

स्वतंत्रता संग्राम की घटनाएं

  1. लेक्सिंगटन और कॉनकॉर्ड की लड़ाई (1775): यह स्वतंत्रता संग्राम की पहली लड़ाई थी, जो कि उपनिवेशवादियों और ब्रिटिश सेना के बीच हुई। इस लड़ाई ने संग्राम की शुरुआत का संकेत दिया।
  2. द्वितीय महाद्वीपीय कांग्रेस (1775): उपनिवेशों ने फिलाडेल्फिया में द्वितीय महाद्वीपीय कांग्रेस का आयोजन किया, जिसमें एक संगठित सेना बनाने का निर्णय लिया गया और जॉर्ज वाशिंगटन को सेना का कमांडर नियुक्त किया गया।
  3. स्वतंत्रता की घोषणा (1776): 4 जुलाई 1776 को, थॉमस जेफरसन द्वारा लिखित “स्वतंत्रता की घोषणा” को अपनाया गया, जिसमें स्वतंत्रता के अधिकार और ब्रिटेन से अलग होने की घोषणा की गई।
  4. सराटोगा की लड़ाई (1777): यह लड़ाई एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, जिसमें अमेरिकी सेना ने ब्रिटिश सेना पर विजय प्राप्त की। इसके बाद फ्रांस ने अमेरिकी उपनिवेशों का समर्थन करना शुरू किया।
  5. यॉर्कटाउन की लड़ाई (1781): यह अंतिम निर्णायक लड़ाई थी, जिसमें ब्रिटिश जनरल कॉर्नवालिस ने आत्मसमर्पण किया, जिससे युद्ध का अंत निकट आ गया।

पेरिस संधि (1783)

1783 में पेरिस में एक संधि पर हस्ताक्षर किए गए, जिसे “पेरिस संधि” कहा जाता है। इस संधि के तहत ब्रिटेन ने अमेरिका की स्वतंत्रता को मान्यता दी और अमेरिका का एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उदय हुआ।

परिणाम

अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम ने दुनिया में स्वतंत्रता और लोकतंत्र के नए सिद्धांतों को स्थापित किया। यह संघर्ष न केवल अमेरिका की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण था बल्कि इससे प्रेरित होकर दुनिया के अन्य हिस्सों में भी स्वतंत्रता आंदोलनों का उदय हुआ।

अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

  • अमेरिका में ब्रिटिश औपनिवेशिक साम्राज्य की नींव जेम्स प्रथम के शासनकाल में डाली गयी। अमेरिकी स्वतंत्रा आन्दोलन के दौरान इंग्लैंड का शासक जॉर्ज तृतीय था।
  • रेड इंडियन अमेरिका के मूल निवासी थे।
  • अमेरिका को पूर्ण स्वत्रंतता 4 जुलाई, 1776 ई. को मिली। अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा नैसर्गिक अधिकार के सिद्वान्तों पर आधारित थी।
  • अमेरिका का स्वतंत्रता -युद्ध 1783 ई में पेरिस की संधि के तहत समाप्त हुआ। इस संधि के अनुसार ब्रिटेन ने उतरी अमेरिका के 13 अंग्रेजी उपनिवेशो की स्वतंत्रता स्वीकार कर ली।
  • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम में लफायते के नेतृत्व में फ्रांसिस सेना ने इंग्लैड के विरूद्व भाग लिया था।
  • सप्तवर्षीय युद्ध में इंग्लैंड की काफी आर्थिक क्षति हुई थी। इस क्षतिपूर्ति हेतु तत्कालीन प्रधानमंत्री ग्रेनविले ने 1765 ई में स्टाम्प एक्ट पारित किया जिसके अनुसार सभी अदालती कागजों, अखबारों आदि पर 20 शिलिंग का स्टाम्प लगना अनिवार्य था।
  • 1767 में ब्रिटिश संसद ने कागज, शीशा, चाय एवं रोगन जैसे उपभोक्ता वस्तुओ पर भी कर लगाया। उपनिवेशवासियों ने इन करों का व्यापक विरोध किया तथा सैमुअल एडम्स ने ”प्रतिनिधित्व नही तो कर नही” का नारा दिया था।
  • सप्तवर्षीय युद्ध इंग्लैंड व फ्रांस में 1756 से 1763 के बीच हुआ था।

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