तालिबान ने अफगानिस्तान में शतरंज पर प्रतिबंध लगा दिया है। माना जा रहा है कि तालिबान ने यह कहा है कि शतरंज जुए का एक रूप है और यह इस्लामी कानून के खिलाफ है।
अफगानिस्तान में तालिबान ने शतरंज पर लगाया प्रतिबंध
Taliban bans chess in Afghanistan

यहाँ दी गई हैं कुछ मुख्य बातें:
- तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान में शतरंज को अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
- इसका कारण यह है कि तालिबान शतरंज को एक जुए का साधन मानता है, जो इस्लामी कानून के तहत जुर्म माना गया है।
- देश के सदाचार प्रचार और बुराई निवारण मंत्रालय ने इस कदम की घोषणा की है।
- अफगानिस्तान राष्ट्रीय शतरंज महासंघ को भी भंग कर दिया गया है।
- तालिबान के खेल निदेशालय के प्रवक्ता अताउल्लाह मवानी ने एएफपी को बताया कि शरिया कानून में शतरंज को जुए का जरिया माना जाता है।
- यह पहली बार नहीं है जब अफगानिस्तान में शतरंज पर प्रतिबंध लगाया गया है। 1996 में जब तालिबान ने सत्ता संभाली थी, उस समय भी इस खेल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन 2001 में शासन परिवर्तन के बाद यह फिर से शुरू हो गया था।
- इस फैसले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है।
अफगानिस्तान का इतिहास
अफगानिस्तान का इतिहास बहुत ही समृद्ध, जटिल और संघर्षों से भरा रहा है। इसका भूगोल—एशिया के केंद्र में होना—इसे सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों और साम्राज्यों के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाता रहा है। नीचे अफगानिस्तान के इतिहास का एक संक्षिप्त और क्रमबद्ध सारांश दिया गया है:
🏺प्राचीन इतिहास
- 2000 ईसा पूर्व से पहले: यह क्षेत्र आर्य सभ्यता का हिस्सा था। वे यहाँ कृषि और पशुपालन करते थे।
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व: फारसी आकेमेनिड साम्राज्य का हिस्सा बना।
- 327 ईसा पूर्व: सिकंदर महान ने आक्रमण किया और कई ग्रीक-बैक्ट्रियन राज्य स्थापित किए।
- पहली से सातवीं सदी: बौद्ध धर्म का प्रभाव रहा। इस दौरान बामियान की प्रसिद्ध बुद्ध प्रतिमाएँ बनीं।
🕌 इस्लामी युग
- 7वीं–9वीं सदी: अरबों के आक्रमण के साथ इस्लाम का आगमन।
- 9वीं–12वीं सदी: गजनी और गोर के मुस्लिम शासकों ने शासन किया। गजनी के महमूद ने भारत पर कई आक्रमण किए।
- 13वीं सदी: मंगोल आक्रमण (चंगेज़ ख़ान) ने भारी तबाही मचाई।
👑मध्यकालीन साम्राज्य
- 16वीं–18वीं सदी: मुग़ल और फारसी साम्राज्य के बीच संघर्ष। कुछ समय तक अफगान क्षेत्र मुग़ल साम्राज्य का हिस्सा भी रहा।
- 1747: अहमद शाह अब्दाली ने आधुनिक अफगानिस्तान की नींव रखी। उन्हें “अफगानिस्तान का संस्थापक” कहा जाता है।
औपनिवेशिक काल और “ग्रेट गेम”
- 19वीं सदी: ब्रिटेन और रूस के बीच मध्य एशिया में प्रभुत्व के लिए संघर्ष हुआ, जिसे “ग्रेट गेम” कहा गया।
- 1839, 1878, 1919: तीन एंग्लो-अफगान युद्ध हुए। तीसरे युद्ध के बाद 1919 में अफगानिस्तान को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
स्वतंत्रता के बाद (20वीं सदी)
- 1919–1973: ज़हीर शाह का राजतंत्र—अफगानिस्तान ने तटस्थ विदेश नीति अपनाई और आधुनिकता की ओर बढ़ा।
- 1973: दाउद खान ने तख्तापलट कर गणराज्य की स्थापना की।
- 1978: कम्युनिस्ट क्रांति (सौर क्रांति)। सोवियत समर्थित सरकार बनी।
☭ सोवियत आक्रमण और गृहयुद्ध
- 1979–1989: सोवियत संघ ने अफगानिस्तान पर हमला किया। मुजाहिदीन लड़ाकों ने अमेरिका और पाकिस्तान के समर्थन से संघर्ष किया।
- 1989: सोवियत सेना की वापसी। इसके बाद गृहयुद्ध शुरू हुआ।
⚔️ तालिबान और 9/11 के बाद
- 1996: तालिबान ने सत्ता संभाली, इस्लामी अमीरात की स्थापना की और कठोर शरिया कानून लागू किए।
- 2001: 9/11 हमले के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया। तालिबान सत्ता से हटे।
- 2001–2021: अमेरिका समर्थित सरकार। चुनाव हुए, लेकिन अस्थिरता और तालिबान का उभार जारी रहा।

तालिबान की वापसी
- अगस्त 2021: अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान ने फिर से काबुल पर नियंत्रण संभाला और अफगानिस्तान को “इस्लामी अमीरात” घोषित किया।
आज का अफगानिस्तान
- शासन: तालिबान के कब्जे में। महिलाओं और मानवाधिकारों को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना।
- आर्थिक स्थिति: बहुत ही कमजोर। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में गंभीर संकट।
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