झारखंड भारत का एक प्रमुख राज्य है, जिसका गठन 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर हुआ था। इसका निर्माण विशेष रूप से राज्य के आदिवासी समुदायों के अधिकारों और विकास के लिए किया गया था। झारखंड के इतिहास और राजव्यवस्था के बारे में जानकारी इस प्रकार है:
- राजधानी: राँची
- मुख्यमंत्री– हेमंत सोरेन
- गवर्नर – संतोष कुमार गंगवार
- लोकसभा सीटें -14
- राज्यसभा सीटें – 06
- विधानसभा सीटें – 81
- जिलें -24
- आधिकारिक भाषा: हिन्दी संताली
- स्थापना: 15 नवंबर 2000
- साक्षरता दर: 87.68%
- त्योहार:
- राजकीय पशु – हाथी
- राजकीय पक्षी – कोयल
- क्षेत्रफल – 79,714 वर्ग किमी
- वृक्ष – साल
- लिंगानुपात – 950
- राजकीय नृत्य –
- प्रमुख पर्यटन स्थल: हज़ारीबाग़ की पाषाणकालीन गुफाएं, सारंडा वन, हुंडरू जलप्रपाप्त, पंचघाघ जलप्रपात, जोन्हा जलप्रपात
- उच्च न्यायालय : राँची
- वन एवं राष्ट्रीय उद्यान : बेतला राष्ट्रीय उद्यान ;पलामूद्धए हजारीबाग वन्यजीव अभयारण्य
- पड़ोसी राज्य : बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़
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इतिहास:
- प्राचीन काल: झारखंड क्षेत्र में मानव बस्तियों का इतिहास बहुत पुराना है, यहां हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सभ्यता के समान सभ्यताएं पाई गई हैं। यह क्षेत्र विभिन्न जनजातीय समुदायों का निवास स्थान रहा है, जिनमें संथाल, मुंडा, उरांव, हो आदि प्रमुख हैं।
- मध्यकाल: इस क्षेत्र में विभिन्न स्थानीय शासक वंशों का शासन रहा। बाद में मुगल और मराठा साम्राज्य का इस पर प्रभाव पड़ा। ब्रिटिश शासन के दौरान झारखंड का क्षेत्र बिहार का हिस्सा था।
- आधुनिक इतिहास: ब्रिटिश शासन के खिलाफ यहां कई जनजातीय विद्रोह हुए, जिनमें बिरसा मुंडा का नेतृत्व सबसे प्रमुख था। 20वीं सदी में झारखंड आंदोलन ने जोर पकड़ा, जिसके तहत क्षेत्र के लोगों ने बिहार से अलग राज्य की मांग की। अंततः 2000 में झारखंड का गठन हुआ।
राजव्यवस्था:
- सरकार: झारखंड की सरकार भारत के अन्य राज्यों की तरह संघीय ढांचे के तहत काम करती है। राज्य के पास एक विधानमंडल है जिसमें 81 सदस्यीय विधानसभा (झारखंड विधानसभा) है। राज्य में एक राज्यपाल होता है जिसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। राज्यपाल का मुख्य कार्य राज्य की कार्यकारी शाखा का प्रमुख होना होता है, लेकिन राज्य की असली कार्यकारी शक्ति मुख्यमंत्री के पास होती है, जो राज्य के मंत्रिमंडल का नेतृत्व करता है।
- वर्तमान सरकार: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हैं। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हैं, जिनका मुख्य कार्य राज्य सरकार का संवैधानिक प्रमुख बनना है।
- आर्थिक संरचना: झारखंड खनिज संसाधनों में धनी राज्य है, यहां कोयला, लोहा, तांबा, यूरेनियम और बॉक्साइट जैसे खनिज पाए जाते हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था खनन, कृषि और उद्योगों पर निर्भर करती है।
- विकास चुनौतियां: राज्य के सामने गरीबी, आदिवासी अधिकारों की सुरक्षा, और बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसी कई विकासात्मक चुनौतियाँ हैं।