भारत दक्षिण एशिया में क्षेत्रफल एवं जनसंख्या दोनों की दृष्टि से सबसे बड़ा देश है। इसकी सीमाओं से लगे कुल 7 पड़ोसी देश है-
1 बांग्लादेश
2 चीन
3 पाकिस्तान
4 नेपाल
5 म्यांमार
6 भूटान
7 अफगानिस्तान
भारत-पाकिस्तान सीमा निर्धारण
- भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा पूर्णतः स्थलीय एवं कृत्रिम है जो कश्मीर से आरम्भ होकर पंजाब, पश्चिमी राजस्थान और कच्छ प्रदेश तक विस्तृत है।
- पाकिस्तान शासित कश्मीर का समीमान्त क्षेत्र पर्वतीय है। इस पर पाकिस्तान अवैध रूप से अधिकार किए हुए है। गुजरात, राजस्थान, व पंजाब की पाकिस्तान के मध्य लगभग 3323 किलोमीटर लम्बी सीमा रेखा है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच सतलज और रावी नदियाँ कुछ दूरी तक प्राकृतिक सीमा बनाती हैं- अमृतसर जिले में रावी नदी और दक्षिण की ओर फिरोजपूर जिले में सतलज नदी भारत और पाक की सीमा निर्धारित करती है।
- भारत और पकिस्तान के बीच हुए वर्ष 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच की नियंत्रण रेखा का निर्धारण किया गया है।
रेडक्लिफ रेखा
- विभाजन के बाद 17 अगस्त 1947 को भारत व पाकिस्तान के बीच निर्धारित की गई रेडक्लिफ रेखा के नाम से जानी जाती है । इस रेखा का निर्धारण बॉर्डर कमीशन द्वारा किया गया था।
- कमीशन को पंजाब व बंगाल प्रांत का विभाजन हिंदू व मुस्लिम जनसंख्या के आधार पर करना था, चूंकि इस कमीशन के अध्यक्ष सर सिरील रेडक्लिफ थे, इन्हीं के नाम पर सीमा क्षेत्र का नाम रेडक्लिफ रख दिया गया।
नियंत्रण रेखा
- लाइन ऑफ कंट्रोल जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख में भारत व पाकिस्तान के अधिपत्य वाले क्षेत्रों के बीच की रेखा हैं। इसके दोनों ओर देशों के सौनिक तैनात रहते हैं। यह दोनों देशों के बीच एक काल्पनिक सीमा रेखा है, इसे अंतर्राष्ट्रीय मान्याता प्राप्त नहीं हैं। वस्तुत- पहले इस रेखा को सीज फायर लाइन के नाम से जाना जाता था।
पाक अधिकृत कश्मीर
- वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के उपरान्त पाकिस्तान ने स्थानीय कबायलियों की सहायता से कश्मीर पर आक्रमण कर दिया और एक बड़े भू-भाग पर अधिकार कर लिया। यही क्षेत्र पाक अधिकृत कश्मीर कहलाता है। यह वर्तमान में भी पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में है। पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफराबाद है।
भारत- म्यांमार के बीच सीमा रेखा
- छोनों देशों के बीच हिमालय से निकलने वाली पूर्वी पर्वत श्रेणियाँ (जिनमें लूशाई, पटकोई और अराकनयोमा सम्मिलित हैं) स्थलीय सीमा बनाती हैं।
- ये भारत को इरावती नदी की घाटी द्वारा म्यांमार से अलग करती हैं।
- पूर्व की ओर तिब्बत से आने के लिए ब्रह्मपुत्र की घाटी और चीन की ओर से आने के मकांग, इरावदी और सालविन नदियों की घाटियों में ऐन, तंुगप, मनीपूर, तूलू और तेलू दर्रें हैं, लेकिन अराकानयोमा के वनों से आच्छादित होने तथा घाटियाँ गहरी और धरातल ऊबड़-खाबड़ होने से इनका उपयोग व्यापार अथवा प्रवास के लिए कम ही किया जाता हैै।
- भारत के चार राज्य (अरूणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मिजोरम, एवं मणिपूर) म्यांमार के साथ सीमा बनाते है।
- भारत म्यांमार सीमा पर मुक्त आवगमन व्यवस्था लागू है, जो सीमा क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को बिना वीजा प्रतिबंओं के सीमा के दोनों ओर 16 किमी तक आवागमन की अनुमति प्रदान करता है।
भारत-चीन सीमा निर्धारण
- मैकमोहन रेखा अंग्रेजो के शासन के दौरान भारत व चीन के मध्य उŸार-पूर्व में यह सीमा रेखा 27 अप्रैल 1914 को निर्धारित की गई, जिसे मैकमोहन रेखा कहा गया इसका नामकरण सर हेनरी मैकमोहन के नाम पर किया गया है। वर्ष 1914 में हुए शिमला समझौते में इसे दोनों देशों ने सीमा रेखा रूप में स्वीकार कर लिया।
- ब्रिटिश व तिब्बत ने भी इसे अधिकारिक तौर पर सीमा रेखा मान लिया, लेकिन चीनी प्रतिनिधि की ओर से सीमा रेखा पर हस्ताक्षर करने के बावजूद चीनी सरकार ने इसका अनुमोदन नहीं किया। वर्तमान में भारत तो इसे सीमा मानता है, लेकिन चीन इसे तथाकथिक मैकमोहन रेखा कहता है।
वास्तविक नियंत्रण रेखा
- लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल भारत व चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा हैं। यह रेखा जम्मू-कश्मीर में भारत अधिकृत क्षेत्र व चीन अधिकृत क्षेत्र अक्साई चिन को अलग करती है।
- यह लद्दाख, कश्मीर, उतराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम व अरूणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। यह भी एक सीज फायर लाइन (युद्ध विराम रेखा) है, क्योंकि 1962 के युद्ध के बाद जहाँ दोनों देशों की सेनाएँ तैनात थीं, उसे वास्तविक नियंत्रण रेखा मान लिया गया था।
भारत – अफगानिस्तान
- भारत और अफगानिस्तान के बीच डुरण्ड रेखा है, जो 1896 में सर डुरण्ड द्वारा निर्धारित की गई थी। अब यह रेखा अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान के बीच सीमा निर्धारित करता है।
भारत – बांग्लादेश
- भारत और बांग्लादेश की बीच 17 अगस्त 1947 को प्रकाशित की गई थी
- भारत बांग्लादेश के साथ सबसे लम्बी सीमा साझा करता है।
भारत – बांग्लादेश सीमा विवाद समाप्त
- बांग्लादेश के साथ 41 वर्ष पुराने सीमा विवाद का निपटारा करते हुए संसद ने 7 मई,2015 को सर्वसम्मति से भारत और बांग्लादेश के बीच कुछ बस्तियों व भूमि क्षेत्रों के आदान-प्रदान को स्वीकृति देने वाले 119वें संविधान संशोधन विधेयक को स्वीकृति दी।
- संसद से पारित होने वाला यह 100 वाँ संविधान संशोधन था। इसके द्वारा वर्ष 1974 मे ंहुए भारत-बांग्लादेश सीमा समझौते को लागू किया जा सकेगा।
भारत – नेपाल
- भारत और नेपाल के बीच का खुला हुआ अन्तरराष्ट्रीय बॉर्डर है जिसमें हिमालयी भूभाग एवं सिन्धु-गंगा मैदान सम्मिलित है।
भारत – भूटान
- भारत और भूटान के बीच खुली अंतर्राष्ट्रीय सीमा है यह 699 किमी लंबी है।
भारत के पड़ोसी देशों के साथ सीमओं की लंम्बाई-
देश | लं. (KM) | सीमा से संबद्ध भारतीय राज्य /केन्द्रशाषित प्रदेश |
बांग्लादेश | 4,096.7 | पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा , मेघालय, मिजोरम, असम |
चीन | 3,488 | लद्दाख, अरूणाचल प्रदेश, उतराखण्ड, हिमाचल प्रदेश , सिक्किम |
पाकिस्तान | 3,323 | राजस्थान, जम्मू कश्मीर, लदृदाख, गुजरात, पंजाब |
नेपाल | 1,751 | उतर प्रदेश, बिहार, उतराखण्ड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल |
म्यांमार | 1,643 | म्यांमार, अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपूर, नगालैण्ड |
भूटान | 699 | असम, अरूणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम |
अफगनिस्तान | 106 | लद्दाख |
पड़ोसी देशो से समबद्ध भारत के 18 राज्य एवं केन्द्रशाषित प्रदेश
1 पश्चिम बंगाल
2 असम
3 मेघालय
4 त्रिपुरा
5 मिजोरम
6 मणिपुर
7 नागालैण्ड
8 सिक्किम
9 अरूणाचल प्रदेश
10 बिहार
11 उतर प्रदेश
12 उतराखण्ड
13 हिमाचल प्रदेश
14 पंजाब
15 जम्मू-कश्मीर
16 लद्दाख
17 राजस्थान
18 गुजरात
🤞भारत की स्थलीय सीमाएँ उतर-पश्चिम में पाकिस्तान और अफगानिस्तान उतर में चीन नेपाल व भूटान तथा पूर्व में म्यांमार व बांग्लादेश के साथ जुड़ी है।
जलीय व समुद्री सीमा से संबद्ध सात देश-
1 बांग्लादेश
2 म्यांमार
3 थाइलैण्ड
4 इण्डोनेशिया
5 श्रीलंका
6 मालदीव
7 पाकिस्तान