जलसंधि, जिसे जलडमरूमध्य भी कहा जाता है, दो बड़े जल निकायों, जैसे महासागरों, समुद्रों या खाड़ियों को जोड़ने वाला पानी का एक संकरा मार्ग होता है। यह जलयानों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग प्रदान करता है, जो उन्हें एक जल निकाय से दूसरे जल निकाय तक जाने की अनुमति देता है। जलसंधियों का आकार और गहराई भिन्न होती है, कुछ केवल छोटी नावों के लिए ही अनुकूल होती हैं, जबकि अन्य बड़े जहाजों के लिए भी पर्याप्त गहरी होती हैं।
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- जल संसाधन प्रबंधन: जलसंधियों का अध्ययन और प्रबंधन जल संसाधनों के समुचित उपयोग और संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र की जल आपूर्ति की मात्रा और गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करता है।
- पर्यावरण संरक्षण: जलसंधियों का संरक्षण जैव विविधता, वनस्पतियों और वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण है। यह प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
- मृदा संरक्षण: जलसंधियाँ मृदा अपरदन (soil erosion) को रोकने में मदद करती हैं। उचित जलसंधि प्रबंधन से मृदा का स्थिरीकरण होता है और कृषि योग्य भूमि की गुणवत्ता बनी रहती है।
- आपदा प्रबंधन: जलसंधियों का सही प्रबंधन बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं को कम करने में सहायक होता है। यह जल संचयन और निकासी को संतुलित करने में मदद करता है।
- जलवायु परिवर्तन का मुकाबला: जलसंधियाँ जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। वे क्षेत्रीय जलवायु को स्थिर रखने और जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न होने वाले मुद्दों का समाधान करने में मदद करती हैं।
- सामाजिक और आर्थिक लाभ: जलसंधियों का सतत् प्रबंधन स्थानीय समुदायों को जल, खाद्य और जीविकोपार्जन के संसाधन प्रदान करता है। यह स्थायी विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करता है।
जलसंधियों का महत्व:
जलसंधियाँ कई कारणों से महत्वपूर्ण हैं, जिनमें शामिल हैं:
1. व्यापार और वाणिज्य: जलसंधियाँ विभिन्न देशों और क्षेत्रों के बीच व्यापार और वाणिज्य के लिए महत्वपूर्ण मार्ग प्रदान करती हैं। जहाज इन जलसंधियों का उपयोग विभिन्न प्रकार के सामानों को ले जाने के लिए करते हैं, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति मिलती है।
2. रणनीतिक महत्व: जलसंधियाँ अक्सर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि वे महत्वपूर्ण जलमार्गों को नियंत्रित करती हैं। कई ऐतिहासिक लड़ाइयाँ जलसंधियों के नियंत्रण के लिए लड़ी गई हैं।
3. सांस्कृतिक आदान-प्रदान: जलसंधियाँ विभिन्न संस्कृतियों के बीच लोगों और विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाती हैं।
4. समुद्री जीवन: जलसंधियाँ विभिन्न प्रकार के समुद्री जीवन के लिए महत्वपूर्ण आवास हो सकती हैं।
5. प्राकृतिक संसाधन: कुछ जलसंधियाँ तेल और प्राकृतिक गैस जैसे प्राकृतिक संसाधनों का महत्वपूर्ण स्रोत होती हैं।
विश्व की प्रमुख जलसंधियाँ
जलसंधि | किनको जोड़ती है | अवस्थिति |
मलक्का जलसंधि | अंडमान सागर एवं दक्षिण चीन सागर | इंडोनेशिया – मलेशिया |
पाक जलसंधि | मन्नार की खाड़ी एवं बंगाल की खाड़ी | भारत – श्रीलंका |
सूडा जलसंधि | जावा सागर एवं हिंद महासागर | इंडोनेशिया |
यूकॉटन जलसंधि | मैक्सिको की खाड़ी एवं कैरेबियन सागर | मैक्सिको -क्यूबा |
ओरंटो जलसंधि | एड्रियाटिक सागर एवं आयोनियन सागर | इटली- अल्बानिया |
बाब -अल-मांडेब जलसंधि | लाल सागर अदन की खाडी | यमन-जिबूती |
मोजाम्बिक चैनल | हिन्द महासागर | मोजाम्बिक मेडागस्कर |
नॉर्थ चैनल | आयरिस सागर एवं अटलांटिक महासागर | आयरलैंड इंग्लैंड |
टॉरस जलसंधि | अराफुरा सागर एवं पापुआ की खाडी | पापुआ न्यूगिनी- ऑस्ट्रेलिया |
डेनमार्क जलसंधि | उतरी अटलांटिक एवं आर्कटिक महासागर | ग्रीनलैंड-आइसलैंड |
डोवर जलसंधि | इंग्लिस चैनल एव उतरी सागर | इंग्लैड -फांस |
डेविस जलसंधि | बैफिन खाडी एवं अटलांटिक महासागर | ग्रीनलैंड- कनाडा |
फलोरिडा जलसंधि | मैक्सिको की खाड़ी एवं अटलांटिक महासागर | सयुक्त राज्य अमेरिका-क्यूबा |
हॉर्मुज जलसंधि | फारस की खाड़ी एवं ओमान की खाड़ी | ओमान- ईरान |
मैगलन जलसंधि | प्रशात एवं दक्षिण अटलांटिक महासागर | चिली |
फोवेक्स जलसंधि | दक्षिणी प्रशात महासागर एवं तस्मान सागर | न्यूजीलैण्ड (दक्षिणी द्वीप-स्टीवर्ट द्वीप) |
फार्मोसा जलसंधि | दक्षिणी चीन सागर – पूर्वी चीन सागर | चीन-ताइवान |
हडसन जलसंधि | हडसन की खाड़ी एवं अटलांटिक महासागर | कनाडा |
जिब्राल्टर जलसंधि | भूमध्य सागर एवं अटलांटिक महासागर | स्पेन-मोरक्को |
बॉस जलसंधि | तस्मान सागर एवं दक्षिण सागर | ऑस्ट्रेलिया |
बेरिगं जलसंधि | बेरिंग सागर एवं चुकची सागर | अलास्का-रूस |
बॉस्पोरस जलसंधि | काला सागर एवं मरमरा सागर | तुर्की |