विभिन्न संस्थानों और संगठनों के साथ मिलकर सरकार समय.समय पर रिपोर्ट्स जारी करती है जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट 2023 (8वाँ संस्करण)
- जारीकर्ता – केन्द्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय
- स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की थीम – वेस्ट टू वेल्थ
- स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की थीम – रिड्यूस, रीयूल और रीसाइकल
- सबसे स्वच्छ शहर – इंदौर और सूरत
- तीसरा सबसे स्वच्छ शहर – नवी मुम्बई (पटना का स्थान 77व)ें
- सबसे स्वच्छ छावणी बोर्ड – महू छावणी बोर्ड मध्य प्रदेश
- सबसे स्वच्छ गंगा शहर – वाराणसी और प्रयागराज
- सबसे स्वच्छ शहर – एक लाख से कम आबादी में 1. सासवड (महाराष्ट्र) 2. पाटन (छतीसगढ़) 3. लोनावला
- राज्यों में सबसे स्वच्छ -1. महाराष्ट्र 2.मध्य प्रदेश 3. छतीसगढ़
- निम्न प्रदर्शन वाले राज्य – अरूणचल, मिजोरम, राजस्थान, नागालैंड,
- बिहार का स्वच्छता में स्थान – 15वां
भारत में सड़क दुर्घटना रिपोर्ट – 2022
- जारीकर्ता – सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
- वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटना में 1,68,491 लोगों की मृत्यु हूई है, जो वर्ष 2021 के तुलना में 11.9% की वृद्धि है।
- 2022 में 36.2% मौतें राष्ट्रीय राजमागों पर, 24.3% राज्य राजमागों पर और 39.4% अन्य सड़कों पर हुई है।
- वर्ष 2022 में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएँ तमिलनाडु 13.9% में दर्ज की गई है, इसके बाद मध्य प्रदेश 11.8% का स्थान आता है।
- सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मृत्यु उतर प्रदेश 13.4% में हुई है।
- दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौतें दो पहिया चलाने वालों 44% की हुई है।
दूसरा राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबों सूचकांक: 2023
- जारीकर्ता – नीति आयोग
- सबसे ज्यादा गरीब राज्य – बिहार 33.76% , > झारखंड > यूपी
- सबसे कम गरीब राज्य – केरल
- 2015-16 से 2019-21 के बीच 13.5% करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।
- ग्रामीण क्षेत्रों में – गरीबी में 32.59% से 19.28% की गिरावट
- शहरी क्षेत्रों में – गरीबी में 8.65% से 5.27% की गिरावट
- वर्ष 2015-16 से 2019-21 के बीच गरीबी की तीवता 47% से घटकर 44% हो गई है।
- गरीबी की कुल संख्या अनुपात में भारी गिरावट – 2015-16 में 24.85% से 2019-21 14.96% हो गई।
तीसरा निर्यात तैयारी सूचकांक 2022
- जारीकर्ता – नीति आयोग 2023
- राज्यों में शीर्ष तीन राज्य – तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक
- पहाड़ी हिमालयी राज्यों में शीर्ष स्थान – उतराखंड
- केन्द्रशासित प्रदेशों छोटे राज्यों में शीर्ष स्थान – गोवा
- बिहार का स्थान – 22वां
प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.O
- जारीकर्ता – शिक्षा मंत्रालय जुलाई (2023)
- इसके तहत दस श्रेणिया बनाई गई है, जो 1000 अंको के आधार पर है, उनमें दक्ष (941-1000), उत्कर्ष (881-940), अति उतम (821-700) उतम (761-820) प्रचेष्टा (701-760) प्रचेष्टा – 2 (641-700) प्रचेष्टा – 3 (581-640) आकांक्षी- (401-460) है।
- पीजीआई 20 की वर्ष 2021-22 की रीपोर्ट मं ओवरऑल रैंकिंग में शीर्ष-5 श्रेणियों में कोई भी राज्य नहीं हैं, जबकि छठवीं श्रेणी प्रचेष्टा – 2 मे पंजाब और हरियाण ने जगह पाई है।
राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक: 2021-22
- जारीकर्ता – केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह
- फंट रनर श्रेणी – (> 60 अंक) आंध्र प्रदेश कर्नाटक केरल
- टचीवर श्रेणी – (50-60 अंक) असम, हरियाणा, महाराष्ट्र
- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दो सबसे बेहतर प्रदर्शन वाले राज्य है।
भारत में जल स्त्रोतों की पहली गणना
- जारीकर्ता – जल शक्ति मंत्रालय
- भारत में कुल 24,24,540 जल स्त्रोतों की गणना की गई, जिसमें 97.1% ग्रामीण क्षेत्रों और 2.9% शहरी क्षेत्रों में है।
- जल स्त्रोंतो में 59.5% जल तालाब में, 15.7% टैंक में, 12.1% जलाशय में, 9.3% डैम में, 0.9% झील में और 2.5% अन्य स्त्रोतों में है।
- कुल जल स्त्रोतों में 78% मानव निर्मित तथा 22% प्राकृतिक है।
- कुल स्त्रोतों की संख्या में शीर्ष पाँच राज्य क्रमश: पश्चिम बंगाल, उतर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और असम है।
- जल स्त्रोतों की संख्या में अंतिम राज्य सिक्किम है।
- आंध्र प्रदेश में टैंकों की संख्या सर्वाधिक है।
- पश्चिम बंगाल में तालाबों एवं जलाशयों की संख्या सर्वाधिक है।
- जल सरक्षण योजनाओं में अग्रणी राज्य महाराष्ट्र है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की दर:
- हम जानते है कि सरकार ने वर्ष 2018.19 से भारत में उत्पादन की भारित औसत लागत से कम से कम 50% अधिक रिटर्न के साथ सभी अनिवार्य खरीफ, रबी और अन्य वाणिज्यिक फसलों के लिये डैच् में वृद्धि की है और अनिवार्य फसलों में खरीफ सीजन की 14 फसलें 6 रबी फसलें और 2 अन्य व्यावसायिक फसलें शामिल हैं।