भारत पर अरबों का आक्रमण के कारण ?

अरबो को सिन्ध विजय-

अरबों द्वारा सिन्ध का विस्तृत जानकारी “चचनामा” नामक ग्रन्थ में मिलता हैं। यह अरबी भाषा में लिखित ग्रन्थ हैं। बाद में अबूबकर कुफी ने नासिरूद्दीन कुबाचा के समय में उसका फारसी में अनुवाद किया।

भारत पर अरबों का आक्रमण-

  • मुहम्मद बिन कासिम के नेतृत्व में अरबों ने भारत पर पहला सफल आक्रमण किया। अरबों ने सिन्ध पर 712 ई. में विजय पायी थी।
  • अरब आक्रमण के समय सिन्ध पर दाहिर का शासन था।
  • भारत पर अरबवासियों के आक्रमण का मुख्य उद्देश्य धन-दौलत लूटना तथा इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करना था।

महमूद गज़नी

  • 932 ई. में अलप्तगीन नामक एक तुर्क सरदार गजनी साम्राज्य की स्थापना की, जिसकी राजधानी गजनी थी।
  • अलप्तगीन की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक गजनी में पिरीतिगीन ने शासन किया इसी के शासनकाल 972-977 ई. में सर्वप्रथम भारत पर आक्रमण किया गया।
  • प्रथम तुर्क आक्रमण के समय पंजाब में शाही वंश का शासक जयपाल शासन कर रहा था।
  • अलप्तगीन का गुलाम तथा दामाद सुबुक्तगीन 977 ई में गजनी की गद्दी पर बैठा। महमूद गजनी सुबुक्तगीन का पुत्र था, जिसका जन्म 1 नवम्बर, 971 ई. में हुआ था।
  • अपने पिता के काल में महमूद गजनी खुरासान का शासक था।
  • महमूद गजनी 27 वर्ष की अवस्था में 998ई में गद्दी पर बैठा।
  • बगदाद का खलीफा अल-आदिर बिल्लाह ने महमूद गज़नी के पद को मान्यता प्रदान करते हुए उसे ‘यमीन-उद्-दौला तथा यमीन-ऊल-मिल्लाह की उपाधि प्रधान की।
  • महमूद गज़नी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया। महमूद के भारतीय आक्रमण का वास्तविक उद्देश्य धन की प्राप्ति था।
  • महमूद गज़नी एक मूर्तिभंजक आक्रमणकारी था।
  • महमूद गज़नी ने भारत पर प्रथम आक्रमण 1000 ई में किया तथा पेशावर के कुछ भागों पर अधिकार करके वह अपने देश लौट गया।
  • महमूद गज़नी ने 1001ई में शाही राजा जयपाल के विरुद्ध आक्रमण किया था। इसमें जयपाल की पराजय हुई थी।
  • महमूद गज़नी का 1008ई में नगरकोट के विरुद्ध हमले को मूर्तिवाद के विरुद्ध पहली महत्वपूर्ण जीत बतायी जाती है।
  • महमूद गज़नी ने थानेसर के चक्रस्वामिन की कांस्य निर्मित आदमकद प्रतिमा को गजनी भेजकर रंगभूमि मे रखवाया।
  • महमूद गज़नी का सबसे चर्चित आक्रमण 2025 ई. में सोमनाथ मंदिर पर हुआ इस मंदिर की लूट में उसे करीब 20 लाख दीनार की संपति हाथ लगीं सोमनाथ की रक्षा में सहायता करने के कारण अन्हिलवाड़ा के शासक पर महमूद ने आक्रमण किया।
  • सोमनाथ मंदिर लूट कर ले जाने के क्रम में महमूद पर जाटों ने आक्रमण किया था और कुछ सम्पति लूट ली थी।
  • सोमनाथ भारत के बारह आदि ज्योतिर्लिंगों में प्रथम है। यह गुजरात में अरब सागर के त टपर हैै। 13 नवंबर, 1947 को सरदार बल्लभभाई पटेल के द्वारा इसका पुनर्निर्माण शुरू करवाया गया। 11 मई, 1951 के दिन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद के द्वारा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गई।
  • महमूद गज़नी का अन्तिम भारत में आक्रमण 1027 ई. में जाटों के विरुद्ध था। महमूद गज़नी की मृत्यु 1030 ई. में हो गयी।
  • सुल्तान की उपधि धारण करने वाला प्रथम शासक महमूद गज़नी था। महमूद के सेना मे संवंदराय एवं तिलक जैसे हिन्दु उच्च पदों पर आसीन थे। अलबरूनी, फिरदौसी, उत्बी तथा फरूखी महमूद गज़नी के दरबार में रहते थे।

मुहम्मद गौरी

  • गौर महमूद गज़नी के अधीन एक छोटा-सा राज्य था। 1173ई में शहाबुद्दीन मुहमद गौरी गौर का शासक बना। इसने भारत पर पहला आक्रमण 1178ई में पाटन पर हुआ यहाँ का शासक भीम पप ने गौरी को बुरी तरह परास्त किया।

मुहम्द गौरी द्वारा लडे गये कुछ प्रमुख्य युद्ध-


✌️तराइन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान का सेनापति स्कन्द था।
✌️मुहम्द गौरी भारत के विजित प्रदेशो पर शासन का भार अपने गुलाम सेनापितयों को सौंपते हुए गज़नी लौट गया।
✌️मुहम्मद गौरी की हत्या 15 मार्च, 1206 ई. को कर दी गई।

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